हल्द्वानी। उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव शांतिपूर्ण शुरू हो चुका है। मतदाताओं में मतदान को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। सुबह आठ बजे से ही मतदाताओं की लाइन बूथों में देखी जा रही है। पुलिस और प्रशासन शांतिपूर्ण मतदान के लिए मुस्तैद है। निकाय चुनाव की मतगणना 25 जनवरी को होगी।
गुरुवार को उत्तराखंड के 100 नगर निकायों में 5,405 प्रत्याशियों का भाग्य मतपेटियों में कैद हो जाएगा। शनिवार 25 जनवरी को मतगणना होगी। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से सभी निकायों में आईएएस और पीसीएस अफसरों को बतौर पर्यवेक्षक तैनात किया गया है। आयोग कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। आयोग ने 16,284 कर्मचारी, 25,800 पुलिसकर्मी चुनाव में लगाए हैं। करीब 30 लाख 29 हजार मतदाता मतदान करेंगे। नगर पालिका किच्छा और नरेंद्रनगर इस चुनाव में शामिल नहीं है।
11 नगर निगमों में 72 मेयर प्रत्याशी
11 नगर निगमों में मेयर के लिए 72 प्रत्याशी मैदान में हैं जबकि 89 नगर पालिका, नगर पंचायतों में अध्यक्ष के 445 प्रत्याशी हैं। सभी निगम, पालिका, पंचायतों में वार्ड सदस्य/पार्षद के कुल 4,888 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
पिछले निकाय चुनावों में लगातार मतदान प्रतिशत बढ़ता जा रहा है। इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान प्रतिशत और बढ़ाने पर जोर दिया है। 2008 में राज्य में 60 प्रतिशत, 2013 में 61 प्रतिशत और 2018 में 69.79 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार मतदान 70 से 75 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
मेयर का बैलेट नीला, पार्षद का सफेद
मेयर प्रत्याशियों का बैलेट नीले, पार्षद और नगर पालिका व नगर पंचायत में वार्ड सदस्यों के सफेद बैलेट पेपर होंगे। नगर पालिका अध्यक्ष प्रत्याशियों के हरे, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशियों के बैलेट गुलाबी रंग के होंगे। सबसे नीचे नोटा यानी उपरोक्त में से कोई नहीं का विकल्प भी मिलेगा।

