पंतनगर। श्री गीता जयंती महोत्सव समिति, पंतनगर एवं श्री गीतायोग स्वाध्याय की ओर से कृषि महाविद्यालय सभागार तथा सरस्वती शिशु मंदिर में गीता जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। समारोह का उद्देश्य श्रीमद्भागवतï गीता के प्रचार-प्रसार के माध्यम से मानव के भौतिक एवं आध्यात्मिक उत्थान तथा राष्ट्रीय चेतना को प्रबल करना रहा। पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी महाविद्यालयों के छात्रों के बीच श्रीमद्भागवतï गीता प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें विश्वविद्यालय की एनएसएस, विवेकानन्द स्वाध्याय मंडल, सांस्कृतिक चेतना परिषद एवं अन्य कॉलेजों के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलसचिव डा. दीपा विनय ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि गीता भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है और युवाओं का दायित्व है कि इसे आगे बढ़ाएं। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा. एएस जीना ने गीता को आधुनिक जीवन के लिए प्रासंगिक बताते हुए लिबरल एजुकेशन में इसके समावेश पर जोर दिया। कुलपति के निजी सचिव गोविंद सिंह पटवाल ने गीता को ज्ञान का असीम सागर बताते हुए ऑनलाइन साप्ताहिक कार्यक्रमों से जुडऩे का आग्रह किया। कार्यक्रम का संचालन हरेन्द्र सिंह एवं गोविंद सिंह पटवाल ने किया। विशेष सहयोग में डा. श्रीराम, डा. अभिषेक तोमर, डा. पंकज सिंह, डा. आशुतोष मिश्रा, डा. एके नैन, डा. ध्यानी, जागन यादव, जितेन्द्र सिंह, रजत, हिमांशु अधिकारी तथा सांस्कृतिक चेतना परिषद की डा. विनीता राठौर एवं उनकी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गीता श्लोक वाचन में नितेश व अंजलि अव्वल
पंतनगर। गीता जयंती समारोह के अंतर्गत कक्षा छह से 12 तक के छात्रों के लिए गीता श्लोक वाचन, व्याख्या एवं लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ। श्लोक वाचन प्रतियोगिता में नितेश पनेरू और अंजलि उपाध्याय प्रथम, दीपांजलि एवं गुंजन पांडेय द्वितीय तथा अनुष्का एवं अदिति कश्यप तृतीय स्थान पर रहे। श्लोक लेखन प्रतियोगिता में लक्षिता तिवारी एवं दीपिका प्रथम, सलोनी सिंह व शिखा उमराव द्वितीय तथा चारूल चौहान, तनुजा पपनै एवं पवन जोशी तृतीय स्थान पर रहे। महाविद्यालयी प्रश्नोत्तरी में सूर्यांश प्रताप सिंह ने प्रथम, पीयूष जोशी ने द्वितीय, क्षितिज वत्स ने तृतीय, दोलन घोष ने चतुर्थ तथा लक्ष्य कुमार ने पंचम स्थान प्राप्त किया। सभी विजेताओं को पुरस्कार एवं अन्य प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
