दिव्यांग पत्नी को प्रधान बनाने के लिए शिद्दत से जुटे दिव्यांग कृपाल सिंह रजवार
हल्द्वानी। बरसात का मौसम चल रहा है। रिमझिम बारिश की फुहारों से लोगों का मन हर्षाया हुआ है। पंचायत चुनाव भी चल रहा है। गांव की सरकार के लिए ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत सदस्य चुने जाने हैं। नामांकन हो चुका है। ऐसे में ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावी शोर है। प्रत्याशीे गांव और क्षेत्र के विकास के वादे के साथ लोगों को रिझा रहे हैं। अलग-अलग तरीके के प्रलोभन भी दिये जा रहे हैं। वे टोलियां बनाकर लोगों के घरों तक पहुंच रहे हैं। वहीं प्रधान चुनाव के लिए मैदान में उतरी दिव्यांग महिला और उसके दिव्यांग पति का जज्बा भी देखने लायक है। दिव्यांग दंपति को ग्रामीणों का भी अच्छा खासा समर्थन मिल रहा है। हार जीत तो 31 जुलाई को आने वाले परिणाम के बाद ही पता चलेगी। मगर इतना तय है कि इस दिव्यांग जोड़े के हौसले और जज्बे ने लोगों का दिल जीत लिया है।

हल्द्वानी शहरी से करीब आठ किलोमीटर दूर रामपुर रोड से लगा हुआ गन्ना सेन्टर क्षेत्र के करीब है चांदनी चौक घुड़दौड़ा गांव। यहां के ग्रामीण धान, गेहूं और गन्ने की फसल और फूलों की खेती प्रमुख रूप से करते हैं। क्षेत्र में नौकरीपेशा के साथ स्वरोजगार करने वालों की भी अच्दी खासी तादात है। इन दिनों इस गांव में भी चुनावी सरगर्मियां जोरों पर हैं। बारिश के बीच ही पंचायत चुनाव के दावेदार घर-घर पहुंचकर लोगों का समर्थन जुटा रहे हैं। इसी गांव से पुष्पा रजवार भी ग्राम प्रधान पद की दावेदार हैं। अन्य प्रत्याशियों की तरह उन्होंने भी नामांकन पत्र जमा करा दिया है। अब वे गांव में घर-घर जाकर चुनाव प्रचार में जुट गई हैं।

पुष्पा एक पैर से दिव्यांग हैं। लाठी के सहारे ही उन्हें चलना होता है। मगर उनका जज्बा देखने लायक है। बात यही पर पूरी नहीं होती। उनके पति कृपाल सिंह रजवार भी दोनों पैरों से दिव्यांग हैं। उनकी दिव्यांगता करीब चार साल की उम्र से है। सोचिये पति-पत्नी दिव्यांग होकर किस तरह से अपने दैनिक कार्यो को करते होंगे। मगर दोनों पति पत्नी दिव्यांग होने के बाद भी जिस जज्बे के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं उससे लोग खासे प्रभावित हैं। लोगों का कहना है कि दिव्यांग होने के बाद भी दोनों के माथे में किसी तरह की शिकन तक नहीं देखी जा रही है न उनमें कोई चिंता का भाव नजर आता है। जबकि शारीरिक रूप से फिट लोग थोड़ी सी मुसीबत आने पर हार मानने लगते हैं, लेकिन दिव्यांग दंपति हंसते मुस्कुराते और जीत के प्रति आश्वस्त होकर चुनाव प्रचार में जुटा हुआ है।
बातचीत के दौरान पुष्पा रजवार और कृपाल सिंह रजवार कहते हैं कि हम शारीरिक रूप से कमजोर जरूर हैं मगर हमारो इरादे मजबूत हैं। मानसिक रूप से हम बेहद ऊर्जावान और सकारात्मक हैं। यही वजह है कि गांव की सरकार का प्रतिनिधि बनने के लिए हममें गजब का जुनून है। बताया कि प्रचार के दौरान ग्रामीणों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है।

