अल्मोड़ा। शहर की सड़कों पर जल्द ही महिलाएं ई-रिक्शा चलाती नजर आएंगी। शुरूआत में स्वयं सहायता समूह की 18 महिलाओं ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (ग्रामोत्थान योजना) को ई-रिक्शा उपलब्ध करा दिये गए हैं। स्वरोजगारी महिलाओं की अलग पहचान के मददेनजर ई-रिक्शा का गुलाबी रंग तय किया गया है। डीएम और सीडीओ ने भी ट्रायल के दौरान ई-रिक्शा में बैठकर महिलाओं को प्रेरित किया।
ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (ग्रामोत्थान योजना) के द्वारा स्वयं सहायता समूहों की 18 महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। इस योजना के तहत 10 ई रिक्शा वाहन समूह की महिलाओं को उपलब्ध कराई गई हैं। आज इन ई रिक्शा वाहनों का ट्रायल आरसीएम मॉल अल्मोड़ा से शिखर होटल तक किया गया। ट्रायल कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने हरी झंडी दिखाकर किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह प्रयास महिलाओं की आर्थिकी को बढ़ावा देने के साथ ही महिला सशक्तिकरण को भी बल देगा। उन्होंने कहा कि आज यहां इसका ट्रायल किया गया है, इसका विधिवत शुभारंभ भी जल्द ही किया जाएगा।

समूहों की इन महिलाओं का प्रशिक्षण भी पूर्व में कराया गया है जिससे वे इस व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित कर सकें। ट्रायल के दौरान छोलिया दलों को भी रवाना किया गया जिससे अल्मोड़ा एवं कुमाऊं की सांस्कृतिक पहचान को भी बढ़ावा दिया जा सके। जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ने ई रिक्शा में बैठकर सफर भी तय किया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शाशनी, अपर जिलाधिकारी सीएम मार्ताेलिया, परिवहन अधिकारी अखिलेश चौहान, मैनेजर रिप संदीप कुमार समेत अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
