वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक शोध को बढ़ावा देती है लिनियन सोसायटी
नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसर ललित तिवारी को लिनियन सोसायटी लंदन की ओर से फेलो एफएलएस चुना गया है। 19 अक्टूबर को हुई इस प्रक्रिया के संपन्न होने पर प्रो. तिवारी फेलो बनाए गए तथा प्रमाण पत्र जारी किया गया है। बता दें कि कार्ल वन लिनेअस के नाम पर 1788 में बनी सोसायटी वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक शोध को बढ़ावा देती है। सोसायटी का उद्देश्य प्रकृति को समझना, मूल्य देना और संरक्षण करना है। सोसायटी प्रकृति विज्ञान को बढ़ावा देती है जो संयुक्त राष्ट्र के साथ संरक्षण सहित अंतराष्ट्रीय स्तर पर सतत विकास पर कार्यरत है।
प्रो ललित तिवारी इससे पहले इंडियन बोटानिकल सोसायटी के फेलो हैं तथा उत्तराखंड रत्न सहित राष्ट्रीय सेवा योजना में दो बार गवर्नर से प्रशस्ति पत्र प्राप्त कर चुके हैं। डॉक्टर वाईपीएस पांगती पुरस्कार, टीचर ऑफ द ईयर 2021 एवं बेस्ट डायरेक्टर 2022 का पुरुस्कार मुख्यमंत्री के हाथांे पुरुस्कार प्राप्त कर चुके हंै। डा. तिवारी को डा. रायजादा मेडल 2020 भी मिल चुका है। प्रो ललित तिवारी पूर्व में शोध निदेशक, ओएसडी, कार्यक्रम समन्वयक एनएसएस, कोऑर्डिनेटर आईपीआर सेल, अध्यक्ष कूटा सहित डिप्टी कंट्रोलर भी रह चुके हैं।
उनके 177 शोध पत्र राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं। 20 बुक चैप्टर सहित 41 शोधार्थी उनके निर्देशन एवं सह निर्देशन में पीएचडी कर चुके हैं। 100 पॉपलर आर्टिकल सहित 12 फ्लोरा पुस्तकें तथा चार संपादित पुस्तकें तथा उत्तराखंड की संस्कृति पर 10 पुस्तकंे संपादित कर चुके हैं। उनकी उपलब्धि पर कुविवि के प्राध्यापकों और स्टाफ ने हर्ष जताया है।