कार्यशाला में मौजूद अधिकारी

Workshop: मुनाफे का सौदा है फल प्रसंस्करण इकाई, सरकारी अनुदान भी है ज्यादा

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जिला उद्योग केन्द्र सभागार में खाद्य प्रसंस्करण पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित
हल्द्वानी। फल आधारित उद्योग सदाबहार उद्योग हैं। यह मुनाफे का सौदा तो है ही। साथ ही सरकारी अनुदान भी अधिक मिलता है। कच्चे माल भी आसानी से प्राप्त हो जाता है। अगर गुणवत्ता, ब्रांडिंग और पैकेजिंग का अच्छे से ध्यान रखा जाए तो उद्योग जल्दी फल फूल जाता है।
यह बातें शुक्रवार को जिला उद्योग केन्द्र, हल्द्वानी के सभागार में खाद्य प्रसंकरण पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों ने व्यक्त की। कार्यशाला में उद्यान, कृषि, लघु उद्योग, स्वरोजगार योजनाओं एवं रूरल बिजनेस इन्क्यूबेशन सेन्टर की ओर से उनके विभाग में चलायी जा रही स्वरोजगार परक एवं उद्यमिता विकास सम्बन्धी योजनाओं की जानकारी प्रदान की गयी।
बैठक में कृषि विभाग के अधिकारी डा० जितेंन्द्र भाष्कर ने बताया कि कृषि सम्बन्धी खाद, बीज, दवाई, कृषि यंत्र एवं एग्रीकल्चर इन्फाइसट्रेक्चर फंड से स्थापित कोल्ड स्टोरेज प्रोसेसिंग यूनिट, पावर मिल, आटा चक्की, मसाला चक्की, धान मिल, आदि स्थापित किये जाने एवं उनमें राज्य एवं केन्द्र स्तर से दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के बारे में जानकारी प्रदान की गयी।
मुख्य उद्यान अधिकारी आर. के. सिंह ने बताया कि उद्यान विभाग से सम्बन्धित एप्पल फार्मिग, कोल्ड हाउस, कोल्ड स्टोरेज, फोजन यूनिट, पॉली हाउस, आदि लागाये जाने व लघु उद्यमियों को जैम, जैली, आचार, मुरब्बा आदि प्रोसेसिंग यूनिट लगाये जाने तथा उनमें केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन सुविधाओं की जानकारी प्रदान की गयी तथा उद्यमियों को पीएमएफई योजना तथा सीएमएफई योजना की जानकारी प्रदान की गयी।
बैठक में महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र, हल्द्वानी सुनील कुमार पंत ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य जनपद में अधिक से अधिक खाद्य एवं फल प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना कराना है। पंत ने बताया कि विभागीय स्वरोजगार योजनाओं की जानकारी भी प्रतिभागियों को प्रदान की गयी। बैठक में रूरल बिजनेस इन्क्यूबेटर सेन्टर के श्री दीपक द्वारा छोटे समूह एवं उद्यमियों को उनके उत्पाद की गुणवत्ता, विपणन, पैकेजिंग व ब्राण्डिंग में उनका संस्थान इन लघु उद्यमियों की किस तरह से मदद कर सकता है, पावर प्वांइट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी प्रदान की गयी।
बैठक में एनआरएलएम समूह की महिलाओं नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित एफपीओ लघु उद्यमी एवं हिमालयन चैम्बर्स ऑफ कामर्स के अध्यक्ष रमेश बिन्जोला, सचिव मनोज डागा, उमेश चन्द्र डालाकोटी, मलय त्रिपाठी, डीआईसी के पूर्व महाप्रबन्धक योगेश चन्द्र पांडे, कमल जोशी, उद्यमी अर्पित अग्रवाल, आनन्द बिष्ट, प्रकाश बिष्ट, कुंदन नयाल सहित तमाम लोग मौजूद थे।

26032025 Workshop: मुनाफे का सौदा है फल प्रसंस्करण इकाई, सरकारी अनुदान भी है ज्यादा Follow us on WhatsApp Channel

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