उक्रांद को मजबूत बनाने की पहल शुरू
विनोद पनेरू, हल्द्वानी। राज्य आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले उत्तराखंड क्रांति दल को फिर से मजबूत बनाने पर शीर्ष नेता जुट गए हैं। उनका इरादा इस दल की छवि आंदोलनकारी दल के इतर राज्य का मजबूत राजनैतिक दल बनाने की है। हल्द्वानी निवासी सुशील उनियाल को युवा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बनाकर युवाओं को दल से जोड़ने की अहम जिम्मेदारी सौंप दी गई है। उनियाल की युवाओं मेें पैठ, दल के प्रति निष्ठा को देखते हुए ही यह अहम दायित्व सौंपा गया है।
शनिवार को उत्तराखंड क्रांति दल युवा प्रकोष्ठ का एक दिवसीय केंद्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष व शीर्ष नेता दिवाकर भटट ने साफ शब्दों में कहा कि भाजपा और कांग्रेस सरकारों का मकसद सत्ता पर कब्जाकर अपने घर भरना है। उन्हें जनहित व राज्य के सरोकारों से कोई मतलब नहीं हे। राज्य बनने के 17 सालों बाद भी समस्याएं जस की तस हें। पहाड़ों में स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा का बुरा हाल है। रोजगार के अवसर न होने से युवा हताश है और पलायन पर मजबूर है। किसानों को महज आश्वासन दिये जा रहे हैं। कहा कि कुछ वर्षो से उक्रांद का जनाधार हो सकता है कुछ कम हुआ हो मगर जनता का विश्वास आज भी दल में बना हुआ है।
कहा कि वर्तमान सरकार के कामकाज को देखकर भी जनता का मोह भंग हो रहा है और वह उक्रांद को ही बेहतर विकल्प मान रही है। कहा कि उत्तराखंड की आंदोलनकारी पार्टी अब राज्य की मजबूत राजनैतिक पार्टी बनेगी और जन उम्मीदों पर खरा उतरेगी। सम्मेलन के दौरान युवा प्रकोष्ठ के चुनाव भी कराए गए। इसमें सुशील उनियाल को युवा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष चुना गया। बता दें कि केंद्रीय सम्मेलन को सफलतापूर्वक कराने के लिए उनियाल पिछले कई दिनों से लगातार मेहनत में जुटे हुए थे। उनियाल ने बताया कि उनका लक्ष्य युवाओं को अधिकाधिक संख्या में दल से जोड़ना है। कहा कि राज्य निर्माण के दौरान भी युवाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और सफलता भी मिली थी। अब युवाओं के दम पर उक्रांद को नए सिरे से मजबूत राजनैतिक विकल्प बनाया जाएगा। निष्ठावान युवाओं को अहम जिम्मेदारियां भी दी जाएंगी ताकि उनका भरोसा भी कायम रह सके। कार्यक्रम में तमाम लोग मौजूद थे।