घर मत छोड़ो, सुगंधित फसलों की खेती से नाता जोड़ो, दुगुना लाभ कमाओ
अल्मोड़ा। जम्मू से अल्मोड़ा पहुंचे कृषि विशेषज्ञों ने किसानों व ग्रामीणों को घर बैठे आय बढ़़ाने के तरीके बताए। कहा कि वे बड़े शहरों में पलायन किये बिना गांव में रहकर ही अचछा मुनाफा कमा सकते हैं।
अजोली मल्ली गंाव ब्लाॅक सल्ट में एक कार्यशाला के दौरान किसानों को सुगंधित फसलों की खेती कर लागत से दुगुनी आय प्राप्त करने के तरीके बताए गए। बताया कि सुगंधित फसल से तैयार उत्पाद काफी महंगे बिकते हैं। इससे किसानों को भी घर बैठे अच्छा खासा लाभ हो सकता है। रविवार को सीएसआईआर भारतीय संवेत औषध संस्थान तथा डीजी नाॅट बिजनेस मैनेजमेंट प्रालि के सहयोग द्वारा अरोमा मिशन प्रोजेक्ट के तहत सुगन्धित फसलों पर एक दिन का प्रशिक्षण एंव जागृति कार्यक्रम आजोली मल्ली गांव में आयोजन किया गया। इसमें डा. रवि शंकर वैज्ञानिक, डा. राजेन्द्र भंवरिया तथा तकनीकी अधिकारी चन्द्रपाल सिंह सीएसआईआर आईआईआईएम जम्मू ने सुगन्धित उत्पादों, सुगन्धित तेलों एवं सुगन्धित फसलों में वैल्यु एडिशन के माध्यम से किसानों की आय को बढ़ाने, फसलों को उगाने की तकनीक, उनसे होने वाले लाभों को प्रदर्शनी के द्वारा बताया। डीजी नाॅट बिजनेस मैनेजमेंट प्रालि के संस्थापक सागर नाथ के अनुसार उत्तराखण्ड की वर्तमान परिस्थिति में मूल समस्या पलायन की है। ऐसे में सुगंधित फसलों को खेती पलायन रोकने में कारगर साबित हो सकती है।
कार्यक्रम में ग्रामीणों व किसानों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और सुगंधित फसल उगाने पर रुचि दिखाई। इस मौके पर ग्राम प्रधान सुभाष बिष्ट, रवी कुमार भट्ट (भूतपूर्व सैनिक), बालम सिंह रावत, गोपाल भट्ट, भान सिंह, सुरेश भट्ट एवं समस्त ग्राम वासियों ने बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग लिया तथा वैज्ञानिकों से कृषि के लिए अपने विचारों का आदान-प्रदान किया।