हल्द्वानी। सरकार कागज की बर्बादी रोकने के लिए सरकारी अभिलेखों को डिजिटल यानी ई- रूप में तैयार करने जा रही है। इसके अलावा पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए कोषागारों से भुगतान भी डिजिटल व्यवस्था के तहत ही होगा। इसके साथ राजकीय सेवकों की सेवा पुस्तिका, भविष्य निधि, सभी प्रकार के अवकाश डिजिटल व्यवस्था के अधीन होंगे। इस व्यवस्था से पेपर वर्क लगभग समाप्त हो जायेगा वहीं कोषागार एवं विभागों के समय की बचत भी होगी तथा सभी प्रकार के अभिलेख एवं सूचनाये सुरक्षित एवं शुद्ध होंगी। यह जानकारी अपर निदेशक कोषागार एवं पेंशन धर्म सिह बोनाल ने हल्द्वानी कोषागार से सम्बद्व आहरण वितरण अधिकारियों के मेडिकल कालेज सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान दी।
मुख्य कोषाधिकारी अनीता आर्या ने कहा कि कोषागारों को पेपर लैस बनाने एवं सभी प्रकार के अभिलेख एवं लेनदेन डिजिटल सेवा से जोडे़ जायेंगे। इससे जहां वित्तीय लेनदेन सुगम होगा वही कार्मिको के अभिलेख भी सुरक्षित रहेंगे। इस व्यवस्था के लिए कोषागारों मे आईएफएमएस साफ्टवेयर शीघ्र लागू होगा। उन्होने कहा कि सभी आहरण वितरण अधिकारी अपने कार्यालय के सभी कर्मचारियों के अभिलेखों को साफ्टवेयर में अपलोड करेंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कोषाधिकारी सतीश चन्द्र पाण्डे, वित्त नियंत्रक मेडिकल कालेज जीबी उपाध्याय, प्रशिक्षु वित्त अधिकारी गौरव पाण्डे, वित्त नियंत्रक खादय एवं रसद विभाग पीसी जोशी, वित्त नियंत्रक श्रम पूजा नेगी, वित्त नियंत्रक मुक्त विश्वविद्यालय आभा गब्र्याल के अलावा सभी आहरण वितरण अधिकारी एवं अन्य सहभागी उपस्थित थे।
