रुद्रपुर। सरकारी विभागों में खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। अब सरकारी विभाग पोर्टल में पंजीकरण कराए बगैर एक छोटी सी पैन तक नहीं खरीद पाएंगे। वहीं सरकारी विभागों में सप्लाई देने वाले दुकानदारों को भी पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा। इसके लिए जैम यानी गवर्नमेंट ई-मार्केटिंग प्लेस पोर्टल बनाया गया है। सरकारी विभागों में खरीद बिक्री अब इसी पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। यहां बता देें कि केंद्र सरकार सरकारी कामकाज में पारदर्शिता लाने के मकसद से विभागों मेें डिजिटलीकरण को बढ़ावा दे रही है। सरकारी विभागों मेें स्टेशनरी, कम्यूटर, फैक्स ूमशीन, फर्नीचर समेत तमाम वस्तुओं की समय-समय पर खरीद होती रहती है। ऐसे में पारदर्शिता के लिहाज से गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस यानी जैम पोर्टल बनाया गया है। रुद्रपुर के कलक्ट्रेट स्थित सभागार में प्रशिक्षण देने आए जैम के मास्टर ट्रेनर राजा ने बताया कि अब सरकारी विभागों को किसी भी वस्तु या सामग्री की खरीद के लिए इसी जैम पोर्टल मेें रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए हर विभाग के वित्त आहरण अधिकारी की एक लॉग-इन आईडी बनाई जाएगी। वहीं किसी भी दुकानदार, फर्म या कंपनी को कोई भी सामान सरकारी विभाग में बेचने के लिए भी इसी पोर्टल में पंजीकरण अनिवार्य रूप से कराना होगा। फर्म को सामान का नाम, उसके दाम आदि का ब्योरा अपलोड कराना होगा। इसके बाद विभाग आर्डर कर ऑनलाइन सामान खरीदेंगे। सप्लाई के 20 दिन बाद फर्म के खाते में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिये भुगतान कर दिया जाएगा। इससे पारदर्शिता के साथ ही समय की भी बचत होगी। जैम के स्टेट कॉआर्डिनेटर मनमोहन मैनाली ने भी उद्यमियों, व्यापारियों व विभागीय अधिकारियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। सीडीओ आलोक कुमार पांडेय ने भी सभी विभागीय अधिकारियों व इच्छुक उद्यमी व व्यापारियों से इस तकनीक को जल्द अपनाने को कहा। वहीं कार्यशाला का आयोजन करा रहे उद्योग विभाग के जिला महाप्रबंधक चचंल सिंह बोहरा ने भी इस सम्बंध में अपने विचार रखे। इस दौरान सेल टैक्स के डिप्टी कमिश्नर ज्ञानचंद्र, असिस्टेंट कमिश्नर एके सिन्हा, सिंचाई विभाग ईई संजय राज, लघु सिंचाई के ईई विनय कुमार सिंह, नगर आयुक्त जयभारत सिंह, जिला सेवायोजन अधिकारी अनुभा जैन, उद्योग विभाग प्रबंधक सुनील कुमार पंत, केजीसीसीआई अध्यक्ष अशोक बंसल, राजेश बंसल, संजय जुनेजा सहित तमाम व्यापारी और विभागीय अधिकारी मौजूद थे।