18,892 सब सेंटर व प्राइमरी हेल्थ सेंटर को इस साल बदलेगी सरकार
विमल
हल्द्वानी। देश में स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत की शुरुआत कर दी गई केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सेहत सुधारने के लिए उत्तराखंड को विशेष तोहफा दिया है। साल 2022 तक देश में डेढ़ लाख सब सेंटर और प्राइमरी हेल्थ सेंटर को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील किया जाना है। उत्तराखंड में पहले चरण में 376 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू होंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले चरण में विभिन्न राज्यों में 18,892 सेंटर शुरू करने का लक्ष्य रखा है। मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को लेकर सरकार ने एक नई पहल की है। इसमें आयुष्मान भारत को लोगों तक पहुंचाने के लिए स्कूलों को भी अहमियत दी है। हर पंचायत में दो स्कूली शिक्षकों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एंबेसडर बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के लिए करीब 17 लाख रुपये खर्च होने हैं। केंद्र सरकार ने 1200 करोड़ रुपये का बजट रखा है। शेष राशि संबंधित राज्य सरकार को खर्च करनी होगी।
इन बीमारियों की मुफ्त में होगी जांच
-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मधुमेह, हाइपरटेंशन, ब्रेस्ट कैंसर, गर्भाशय
ग्रीवा कैंसर और ओरल कैंसर की मुफ्त जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को टीकाकरण सहित तमाम स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी। आंख, कान, नाक, किशोर स्वास्थ्य, संक्रमण, प्रसूताओं और बुजुर्गों का उपचार होगा।
ऐसा होगा प्रत्येक सेंटर
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में टेलीमेडिसिन, योगा, फिजियोथैरेपी, मुफ्त
दवाएं, करीब 30 लोगों के लिए वेटिंग रूम, मरीज और डॉक्टर के बीच गुप्त परामर्श के लिए अलग से कक्ष, बीमारियों की जांच और सर्जिकल सामान का भंडारण कक्ष होगा।
351 प्रकार की बीमारियों की दवाएं शामिल हैं
करीब 351 तरह की बीमारियों की दवाएं शामिल हैं। इतना ही नहीं, यहां आने वाले सभी मरीजों का रिकॉर्ड कंप्यूटर पर रहेगा। जिसकी पूरी ट्रैसिंग
दिल्ली स्थित मंत्रालय से होगी।