एसएसपी मीणा ने की पुलिस टीम को 25 रुपये पुरस्कार देने की घोषणा
हल्द्वानी। पुलिस ने काठगोदाम के खेड़ा में हुई चोरी की घटना का खुलासा कर दिया है। चोरों ने घटना को अंजाम देने के बाद चोरी किये जेवरों को गौला नदी के पास जंगल में गडढे में छिपा दिया था। काठगोदाम पुलिस ने तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से चोरी किये जेवर बरामद कर लिए हैं। चोरी हुए सभी जेवरों की बरामदगी पर एसएसपी पीएन मीणा ने पुलिस टीम को 2500 रुपए इनाम की घोषणा की है।
अजीम खान पुत्र वहीद खान निवासी देवला तल्ला पजाया कुंवरपुर चौराहा थाना काठगोदाम ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया था कि बीते 6 मार्च को वह अपने परिवार के साथ नवाबगंज बरेली गए थे। 8 मार्च को घर वापस लौटे तो देखा कि घर का ताला टूटा है और घर के अंदर का सामान बिखरा हुआ है। अलमारी का ताला टूटा था हुआ था और उसमे रखे सोने- चांदी के जेवर भी गायब थे। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने घटना के खुलासे के सम्बन्ध में एसपी सिटी प्रकाश चंद्र एवं सीओ सिटी नितिन लोहनी को विशेष टीम गठित किये जाने के निर्देश दिए।
जिसके बाद थानाध्यक्ष काठगोदाम दीपक बिष्ट के नेतृत्व में दो टीमें खुलासे के लिए लगायी गयी। पुलिस टीम ने घटना स्थल के आसपास एवं सम्भावित स्थानों पर लगे लगभग 100 सीसीटीवी कैमरों खंगाले और लगातार दबिश देकर संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की। आखिरकार गुरुवार को तीनों शातिर चोर देवेंद्र थापा उर्फ़ राहुल थापा (20) पुत्र लाल सिंह थापा निवासी करायल फूलचौड़ थाना हल्द्वानी, उज्जवल सिंह परगाई (22) पुत्र नंदन सिंह परगाई निवासी जीतपुर नेगी प्रेम विहार थाना हल्द्वानी और संदीप कुमार (20) पुत्र नन्द किशोर निवासी कृष्णा फार्म हाउस के सामने देवलचौड़ चौराहा पुलिस के हाथे चढ़ गए।
पुलिस ने तीनों को देवला तल्ला पजाया कुंवरपुर चौराहा काठगोदाम से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में चोरों ने बताया कि घटना के समय एक दिन पहले उन्होंने मकान में ताला लगा देख रैकी की और सात मार्च की रात्रि करीब 11.30 बजे उन्होंने चोरी की घटना को अंजाम दिया। चोरों ने रास्ते में पकड़े जाने के डर से सभी आभूषण गौला नदी के पास जंगल में गड्ढ़ा खोदकर दबा दिये। काफी समय बाद मामला शांत समझने पर तीनों चोरी किये आभूषण निकालने पहुंचे लेकिन इसी बीच पुलिस की गिरफ्त में आ गये। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष काठगोदाम दीपक सिंह बिष्ट, प्रभारी चौकी खेड़ा मनोज कुमार, एसआई साइबर सैल फिरोज आलम, प्रभारी चौकी दमुवाढूंगा अरुण सिंह राणा, कांस्टेबल भानू प्रताप, अशोक रावत, सुरेंद्र सिंह, प्रेम प्रकाश, टीका राम, अरविन्द बिष्ट आदि शामिल रहे।

